योगाभ्यास एक ऐसा साधन है जो शरीर और मन दोनों को संतुलित करता है। इसके अभ्यास से बीमारियों से सिर्फ राहत ही नहीं मिलती है बल्कि शरीर सुचारू रूप से काम करने के लिए प्रेरित भी होता है। असल में प्रजनन तंत्र यानि रिप्रोडक्टिव सिस्टेम में असंतुलन पैदा होने के कारण मां बनने में असुविधा होती है। लेकिन यौगिक पॉश्चर और यौगिक मुद्रा मन को शांत करने के साथ-साथ शरीर को साफ करके प्रजनन तंत्र के कार्य-कलाप को संतुलित करती है। इन मु्द्राओं में योनी मुद्रा एक है। इस मुद्रा को आप किसी भी जगह किसी भी अवस्था यानि खड़े होकर या बैठकर कर सकते हैं। योग एक्सपर्ट रमन मिश्रा ने इस मुद्रा को करने का तरीका बताया है। अगर आप जल्दी प्रेगनेंट होना चाहती है तो इसको भी ट्राई कर सकती है। इसके अलावा लड़की है या लड़का इन मजेदार तरीकों से पता लगा सकते हैं।
विधि-
• हल्का ढीला कपड़े पहने और किसी भी शांत जगह पर बैठ जाये। धीरे-धीरे गहरी सांस लें।
• अपने हथेलियों और अंगुलियों को ऐसे जोड़े कि वह पेट की निचले तरफ की ओर न हो।
• अब अंगूठे को नाभी की तरफ और तर्जनी को प्यूबिक बोन की तरफ करें।
• अपने हाथों को इस तरह से खोलें कि हथेली की अंगूलियां पेट की तरफ हो। लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि अंगूठा और नीचे का अंगूली दोनों एक दूसरे से सटा हुआ होना चाहिए। हाथ का पोजिशन वल्वा मुद्राe की तरह दिखना चाहिए। अपने सांसो की तरफ ध्यान रखते हुए हाथों को खोलें।
• इस प्रक्रिया को 3-6 मिनट तक करें।
प्रजनन तंत्र को इससे कैसा फायदा मिलता है?
ये मुद्रा प्रजनन अंगों के कार्य-कलाप को संतुलित करते हुए ब्लॉक एनर्जी को मुक्त करके इस अंग को सक्रिय करने में मदद करता है। साथ ही पेल्विक एरिया में ऊर्जा यानि एनर्जी का संचार करती है।
योनी मुद्रा के अन्य फायदे-
जब आप हद से ज्यादा तनाव में हो और बाहर के दुनिया से मायुस हो तो इस मुद्रा को करने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। साथ ही इसको करने से नर्वस सिस्टेम शांत होने से मन भी शांत होता है।
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अनुवाद: Mousumi Dutta
चित्र स्रोत: Shutterstock
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